भारतीय धार्मिक उत्सवों में आभूषणों की परंपरा और निवेश का बदलता स्वरुप

भारतीय धार्मिक उत्सवों में आभूषणों की परंपरा और निवेश का बदलता स्वरुप

1. भारतीय धार्मिक उत्सवों का महत्व और सामाजिक भूमिकाभारतीय धार्मिक उत्सव न केवल आस्था का प्रतीक हैं, बल्कि वे परिवार और समाज को जोड़ने का भी माध्यम हैं। हर साल…
क्षेत्रीय लोक कलाएं जैसे मधुबनी, वारली और पत्ताचित्र – निवेश की दृष्टि से विश्लेषण

क्षेत्रीय लोक कलाएं जैसे मधुबनी, वारली और पत्ताचित्र – निवेश की दृष्टि से विश्लेषण

भारतीय क्षेत्रीय लोक कलाओं की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक पृष्ठभूमिभारत की सांस्कृतिक विविधता उसकी लोककलाओं में स्पष्ट रूप से परिलक्षित होती है। मधुबनी, वारली और पत्ताचित्र जैसी क्षेत्रीय लोककलाएं भारतीय समाज…